सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज,सेक्टर-2 रानीपुर भेल में अभिभावक-शिक्षक सम्मेलन का भव्य आयोजन
सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार, 31 अक्टूबर 2025: सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, सेक्टर-2 रानीपुर भेल , हरिद्वार में अभिभावक-शिक्षक सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमान लोकेंद्र दत्त अंथवाल तथा अभिभावक प्रतिनिधि चन्द्र प्रकाश ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर पुष्पार्चन किया।
 
दीप प्रज्वलन के तत्काल बाद प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा यह सम्मेलन केवल अंक-पत्र देखने का अवसर नहीं, बल्कि घर और विद्यालय के बीच संवाद का जीवंत मंच है। अर्धवार्षिक परीक्षाएँ हमें दिशा दिखाती हैं कि बच्चे कहाँ उत्कृष्ट हैं और कहाँ मार्गदर्शन की आवश्यकता है। मैं अभिभावकों से आग्रह करता हूँ कि घर में पढ़ाई के लिए निर्बाध वातावरण बनाएँ, डिजिटल उपकरणों का समय सीमित करें तथा हर छोटी प्रगति पर बच्चे का उत्साहवर्धन करें। हमारा विद्यालय संस्कार, अनुशासन और आधुनिक ज्ञान का संगम है आइए इसे मिलकर और मजबूत बनाएँ।”
कार्यक्रम का संचालन अंजलि शर्मा ने कुशलतापूर्वक किया। अतिथियों का परिचय आचार्य प्रवीण कुमार जी ने कराया।इसके पश्चात् आचार्य श्री मनीष खाली जी ने सम्मेलन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यह आयोजन अभिभावकों और शिक्षकों को एक मंच पर लाकर बच्चों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार करता है। अर्धवार्षिक परीक्षाओं में बच्चों ने समग्र रूप से अच्छा प्रदर्शन किया, किंतु गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी में कुछ कमजोरियाँ उजागर हुईं। हम अतिरिक्त कक्षाएँ, प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण तथा खेल-कूद पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। अभिभावकों से निवेदन है कि दैनिक होमवर्क की जाँच करें, सप्ताह में एक बार बच्चे से उसकी पढ़ाई पर खुलकर बात करें तथा स्कूल की हर गतिविधि में सक्रिय भागीदारी निभाएँ।”
अभिभावक प्रतिनिधि चन्द्र प्रकाश ने भी मंच से अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा, यह सम्मेलन हमें बच्चों की वास्तविक स्थिति समझने का सुनहरा अवसर देता है। आज का डिजिटल युग चुनौतियों से भरा है; इसलिए मैं सुझाव देता हूँ कि विद्यालय प्रत्येक तिमाही में ‘पेरेंट्स वर्कशॉप’ आयोजित करे, जिसमें साइबर सुरक्षा, समय प्रबंधन और तनाव मुक्ति पर प्रशिक्षण हो। साथ ही, प्रत्येक माह एक छोटी ‘क्लासवाइज मीटिंग’ रखी जाए ताकि छोटी-छोटी समस्याएँ तुरंत सुलझ सकें। विद्यालय का अनुशासन और संस्कार हमें प्रेरणा देते हैं—हम अभिभावक इसका पूर्ण सहयोग करेंगे।”
कार्यक्रम के अंत में सभी अभिभावकों ने अपने बच्चों की अर्धवार्षिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाएँ देखीं तथा शिक्षकों से व्यक्तिगत चर्चा की। इस दौरान कई अभिभावकों ने मूल्यवान सुझाव दिए।
विद्यालय प्रशासन ने सभी सुझावों चन्द्र प्रकाश जी सहित—को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र कार्यान्वयन का आश्वासन दिया। सम्मेलन में अभिभावकों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति ने आयोजन को यादगार बना दिया। यह कार्यक्रम बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम साबित हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा ।


