8 September 2025

ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और पूजन से भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति: आचार्य रामानंद दूबे 

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सम्पादक प्रमोद कुमार

हरिद्वार। श्री शिव मंदिर समिति (रजि) शिवालिक नगर के तत्वावधान में चल रहे पांच दिवसीय द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अनुष्ठान के मुख्य आचार्य पंडित रामानंद दूबे ने कहा कि शिव पुराण में भगवान शिव के विभिन्न कल्याणकारी अवतारों और उनके 12 ज्योतिर्लिंगों के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है। शिव पुराण के सभी खण्डों में भगवान शिव के चमत्कारों का भी वर्णन मिलता है, लेकिन भगवान शिव के इन 12 ज्योतिर्लिंगों का वर्णन मुख्य रूप से शिव पुराण के कोटिरुद्र संहिता में मिलता है। द्वादश ज्योतिर्लिंग, भगवान शिव के बारह प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण लिंग हैं। इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और पूजन से भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और मोक्ष प्राप्त होता है।

 

गुरूवार को द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अनुष्ठान के चौथे दिन नित्य पूजन के उपरांत मुर्ति स्नपन, नगर भ्रमण, श्य्याधिवास, शान्तिक पौष्टिक होम कार्यक्रम संपन्न हुआ। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तजन शामिल हुए। वहीं शुक्रवार को नित्य पूजन प्राण प्रतिष्ठा महापूजा आरती देव दर्शन उत्तर कर्म, पूर्णाहुति एवं विसर्जन कार्यक्रम संपन्न होगा। आचार्य पंडित रामानंद दूबे ने कहा कि

द्वादश ज्योतिर्लिंगों की उपासना से भक्तों को अक्षय पुण्य मिलता है।

इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और पूजन से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और सुख एवं समृद्धि आती है। व्यक्ति को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। भक्तों के जन्म-जन्मांतर के पाप मिट जाते हैं। जो भी भक्त इन ज्योतिर्लिंगों का श्रद्धा से दर्शन करता है, उस पर भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है।

द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ (गुजरात), मल्लिकार्जुन (आंध्र प्रदेश), महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश),

ऊंकारेश्वर (मध्य प्रदेश), केदारनाथ (उत्तराखंड), भीमाशंकर (महाराष्ट्र), विश्वेश्वर (वाराणसी, उत्तर प्रदेश), त्र्यंबकेश्वर (महाराष्ट्र),

वैद्यनाथ (झारखण्ड), नागेश्वर (गुजरात), रामेश्वरम (तमिलनाडु)

घृष्णेश्वर (महाराष्ट्र) प्रसिद्ध है। तीर्थनगरी हरिद्वार की पावन भूमि पर श्रद्धालुओं को एक ही स्थान पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होने जा रहा है।‌ कार्यक्रम में मुख्य यजमान विकास मोहता, अध्यक्ष अनिल कुमार माथुर, उपाध्यक्ष अशोक कुमार मेहता, महा सचिव शशि भूषण पांडेय, सचिव रामव्रत कुशवाहा, सचिव रामकुमार चौहान, कोषाध्यक्ष पवन कुमार सक्सेना संयुक्त सचिव ओंकारनाथ सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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