भक्ति रस की बही है गंगा तन भीगा है मन भीगा है धन्य हुआ यह मानव जीवन श्री कृष्णा संजय महाराज

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार( वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानंद) कांगड़ी गाजीवाला आर्य नगर स्थित तपोभूमि श्री मोहन गोकुलधाम के परमाध्यक्ष प्रख्यात कथा वाचक श्री कृष्णा संजय जी महाराज ने श्री कृष्ण कथा का दृष्टांत सुनते हुए कहा जो भक्त भगवान को अपने मन में बसा लेते हैं भगवान भी ऐसे भक्तों को अपने हृदय में बसा लेते हैं और भक्तों की एक पुकार सुनकर भगवान उनकी रक्षा हेतु उनकी सहायता हेतु दौड़े चले आते हैं भगवान 16 कलाओं से परिपूर्ण होते हैं कथा व्यास श्री कृष्णा संजय महाराज ने श्री कृष्ण जन्म का दृष्टांत सुनते हुए भक्तों को मंद मुग्ध करने के साथ-साथ आश्चर्य चकित कर दिया इतनी सुंदर शब्दों में कृष्ण जन्म महिमा का व्याख्यान किया की भक्त खड़े होकर नाचने झूमने गाने लगे और भक्ति के रस में भाव विभोर हो गये कृष्ण भक्ति में भक्तों का रोम रोम जाग उठा तथा नंद घर आनंद भये जय कन्हैया लाल की गिरधारी गोपाल की बोलो जय कन्हैया लाल की सुंदर भजन संगीत मय कथा के साथ सुन कर भक्तों के मन में भक्ति की गंगा प्रवाहित कर डाली गाजीवाला स्थित लकुलीश गंगा घाट पर मानव आस्था भक्ति रूप में देवत्व महिमा की वर्षा हो रही हो साथ ही परम पूज्य कथा व्यास श्री कृष्णा संजय जी महाराज ने राम जन्म की सुंदर महिमा का गुणगान सुन कर मानो भक्तों पर कथा रूप में ज्ञान अमृत की वर्षा कर दी राम जन्म की तथा राम महिमा की बचपन की हटकेलिया सुनाकर श्रोताओं का तन मन पावन कर दिया भक्ति रस में अगर स्नान करना है तो 10 जुलाई 2025 तक लकुलीश गंगा घाट गाजीवाला कांगड़ी पहुंच ज्ञान की अमृत वर्षा का पान कर अपने जीवन को धन्य तथा कृतार्थ करें मन महका है तन महक है भक्ति रस की बही है गंगा ज्ञान सरिता की वर्षा में तन भीगा है मन भीग है धन्य हुआ यह मानव जीवन