चंडी चौदस के दिन मां चंडी देवी मंदिर आने जाने वाले भक्तजनो को भारी व्यवस्थाओं की दौर से गुजरना पड़ा।

हरिद्वार( परवीन कश्यप तथा वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोज कुमार )27 अक्टूबर 2023 को चंडी चौदस के दिन मां चंडी देवी मंदिर आने जाने वाले भक्तजनो को भारी व्यवस्थाओं की दौर से गुजरना पड़ा मां काली मंदिर के सामने से मां चंडी देवी के लिए जाने वाले मार्ग में ताला लगा हुआ था केवल एक व्यक्ति बड़ी मुश्किल से पैदल में निकल पाए इतनी जगह गेट के बीच छोड़ी गई थी जिसमें आने जाने वाले यात्रियों के लगी चैन में जूते चप्पल साड़ियां तथा अन्य वस्त्र फस रहे थे कई लोग गिरते गिरते बच रहे थे दूसरी तरफ ऊपर तक मार्ग में कई जगह टूटा-फूटा तथा गड्ढे तथा अवस्थित मार्ग दिखाई दिया मां चंडी देवी मंदिर में गेट तक दुकानों का एक विशाल जमघट दिखाई दिया दुकान रास्ते तक लगी हुई थी रास्ता काफी सकरा दिखाई दिया मंदिर परिसर में भी भारी व्यवस्थाओं का दौरा दिखाई दिया मां चंडी देवी के दर्शन हेतु भक्तों के लिए लगाई जाने वाली लाइन में भी कई जगह दरवाजे खुले नजर आए कई तीर्थ यात्री गलत मार्ग को जाते हुए तीर्थ यात्री व अन्य लोग दिखाई दिए आज चंडी चौदस जैसे महापर्व पर ट्रस्ट के अध्यक्ष तथा महंत श्री रोहित गिरी जी महाराज मंदिर परिसर से नदारत दिखाई दिए महंत जी के बारे में पूछने पर पता चला की महंत जी आजकल किसी से मिलते नहीं है बड़े लोग हैं इधर-उधर आना-जाना लगा रहता है पत्रकार द्वारा फोन करने पर श्री महंत रोहित गिरी जी महाराज ने फोन नहीं उठाया इसके अलावा भी अनेकों लोग मंदिर परिसर से महाराज जी को फोन लगा रहे थे किंतु महाराज जी फोन रिसीव नहीं कर रहे थे आखिर किस बात के लिए मुंह छुपा रहे हैं महाराज जी भक्तजनो व आने जाने वालों का यह कहना था मंदिर मार्ग तथा मंदिर परिसर भारी व्यवस्थाओं के दोर में दिखाई दिया मंदिर परिसर में कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति जो बात का उचित उत्तर दे सके मौजूद नहीं था जो मौजूद भी था तो वह भी बातों को गोल-गोल घूम रहा था मां चंडी के इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर में इस प्रकार की अवस्थाओं का दौरा भक्तों की भावनाओं को आहत करता है साथ ही जिला प्रशासन वन विभाग के कर्मचारियों की पोल खोलता है की चंडी चौदस जैसे महापर्व पर में गेट में मार्ग में ताला लगा हुआ है भक्त बड़ी मुश्किल से दरवाजे से होकर गुजर का रहे हैं उसमें उनके जूते चप्पल फस रहे हैं कपड़े उलझ रहे हैं किंतु कोई देखने वाला नहीं तीर्थ यात्रियों की समस्या की ओर कोई ध्यान देने वाला नहीं ऊपर मां चंडी देवी मंदिर परिसर में भक्तजनों की व्यवस्था देखने हेतु कोई प्रबंध ट्रस्ट समिति की कोई व्यवस्थाएं दिखाई नहीं दी जो उन्होंने चंडी चौदस जैसे महापर्व पर तीर्थ यात्रियों हेतु की हो कर्मचारी भी अधिकतर नदारत दिखाई दिए डिप्टी रेंजर गेट में ताला लगवा कर नदारत दिखे 6:00 बजे के लगभग उनके दर्शन हुए वह भी फोन करने के बाद गेट में ताला लगाने वाले दुकानदार को वन विभाग के डिप्टी रेंजर ट्रस्ट का कर्मचारी बता रहे थे ट्रस्ट के कर्मचारी उसे वन विभाग के अधिकारियों द्वारा छोड़ा गया व्यक्ति बता रहे थे चाहे जिसका भी व्यक्ति हो किंतु ऐसे महा भीड़ के पर्व पर मां चंडी देवी जाने वाले मार्ग पर ताला भारी व्यवस्था जिला प्रशासन की लापरवाही वन विभाग के लापरवाही ट्रस्ट की लापरवाही की ओर इशारा करती है मां चंडी देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र रोहित गिरी जी महाराज फोन उठाने से तथा आने जाने वाले भक्तजनों व अन्य लोगों से बात करने से कतराते दिखे मंदिर परिसर में होने के बावजूद भी लोगों से मिलने से बचते रहे तथा पुजारी से बात कर लो यह कहकर लोगों का संदेश लौट आते रहे विश्व प्रसिद्ध मां चंडी मंदिर में ट्रस्ट समिति कि इस प्रकार की लापरवाही वह व्यवस्थाएं मंदिर की व्यवस्था संचालित करने वाले ट्रस्ट की पोल खोलती है तथा मंदिर परिसर के गार्ड जो बहुत गंदे कपड़े पहने हुए थे वह आने जाने वालों से बड़े ही बदतमीजी के तरीके से बात कर रहा था विश्व प्रसिद्ध इस पावन स्थान पर इस प्रकार की व्यवस्थाओं का दौरा उत्तराखंड सरकार भारत सरकार जिला प्रशासन की अनदेखी की ओर इशारा करता है।