राष्ट्रीय भागवत परिवार द्वारा शिव भक्त कांवड़िओ को पटका,तुलसी माला पहनाकर स्वागत किया-कुलवंत सिंह चड्डा

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार राष्ट्रीय भागवत परिवार द्वारा शिव भक्तों का स्वागत कार्यक्रम पटका पहनाकर तुलसी की माला पहनाकर गुलाब के पुष्पों द्वारा स्वागत पानी बिस्कुट बांट कर किया शिव भक्तों से आशीर्वाद और संकल्प लेकर हर वर्ष कार्य करने का संकल्प लिया अगले वर्ष 10 दिवसीय कार्यक्रम किया जाएगा आप सभी के सहयोग से इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा
 
इस अवसर पर राष्ट्रीय भागवत परिवार के लोकप्रिय संस्थापक अध्यक्ष ने कहा भगवान शिव इस सृष्टि के कण-कण में समाहित है जो भक्त सच्चे मन से श्रवण मास में भगवान शिव की आराधना करता है शिवलिंग का अभिषेक करता है उसके जीवन में अकाल मृत्यु का योग समाप्त हो जाता है उसके जीवन के सभी संताप समाप्त हो जाते हैं तथा उसके जीवन से अकाल मृत्यु का भय भी समाप्त हो जाता है जिसके मन में जिसके हृदय में भगवान शिव समाये हुए हैं उसके जीवन से दरिद्रता और अशांति पूरी तरह समाप्त हो जाती है श्रावण मास में भगवान शिव माता पार्वती हरिद्वार की पर्वतमाला विलव पर्वत पर पूरे श्रावण मास वास करते हैं जो भक्त कावड़ लेने आते हैं वह साक्षात शिव का स्वरूप है क्योंकि इतना कठिन परिश्रम कोई साधारण व्यक्तित्व कर ही नहीं सकता भगवान शिव के भक्तों में भी भगवान शिव का व्यक्तित्व झलकता है कई कई सौ किलोमीटर की यात्रा और 40 किलो 50 किलो 70 किलो 80 किलो गंगाजल लेकर दूर प्रदेश तक अपनी मन्नत के अनुसार जल ले जाकर शिव का अभिषेक पावन गंगा जल से करते हैं कहते हैं भक्ति और आस्था इस संसार में सबसे प्रबल है निधि है इस निधि के बल पर ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है भक्ति भक्त और भगवान के बीच सेतु का कार्य करती है।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रीय भागवत परिवार के महामंत्री लोकेश कुमार ने कहा कि भगवान शिव की भक्ति तन और मन दोनों को पावन करने के साथ-साथ मनुष्य जीवन को सार्थक कर देती जिसके मन में भक्ति और आस्था समायी हुई है भगवान शिव सदैव उसके हृदय में वास करते है।
सभी हरिद्वार वासियो का राष्ट्रीय भागवत परिवार के पदाधिकारियो का समस्त बहनों का समस्त सहयोगियों का राष्ट्रीय भागवत परिवार दिल से आभार धन्यवाद व्यक्त करता है।