ईश्वर की भक्ति में ही कल्याण की युक्ति छपी है और ईश्वर की भक्ति में ही मुक्ति का मार्ग है कथा व्यास पं देवेंद्र कृष्ण आचार्य

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार 20 अगस्त 2025 भोला गिरी रोड स्थित श्री गीता भवन में श्रीमद् भागवत कथा के समापन के अवसर पर भक्त जनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए देश के प्रख्यात कथा वाचक पंडित देवेंद्र कृष्ण आचार्य महाराज ने कहा श्रीमद् भागवत कथा सभी महापुराणों का सार है इसी में मानव जीवन कल्याण सुधा रस छिपा हुआ है इस कथा के आयोजन करने से मनुष्य के जीवन में सुख शांति समृद्धि तथा खुशहाली का वास होता है उसके जीवन में धन-धान्य की वर्षा होती है जीवन में अपार सुख शांति वैभव की प्राप्ति होती है तथा सुयोग्य पुत्रों की प्राप्ति होती है और आयोजन करता के पितरों का तर्पण हो जाता है इस पावन कथा के कुछ शब्द दूर से भी कान में पडने मात्र से मनुष्य के जीवन का उद्धार हो जाता है और जो भक्त श्रद्धा भाव के साथ इस कथा का श्रवण करते हैं उनका यह लोग तो सुधर ही जाता है साथ-साथ परलोक भी सुधर जाता है मनुष्य ता उम्र तेरा मेरा इसका इसका में लगा रहता है और बुढ़ापे में निशक्त अवस्था में उसे हरि भजन की सुध आती है जिस अवस्था में आप सही से खड़े नहीं हो पाते तो आप स्वस्थ मन से कैसे भजन करेंगे इसलिए भजन करो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है यही सच्चाई है इसे स्वीकार करो अन्यथा सारी उम्र भ्रम में ही निकाल दोगे मनुष्य जीवन की सबसे बड़ी निधि भगवान का भजन है पैसा सिर्फ सुख सुविधा दे सकता है किंतु भजन मन को अपार शांति प्रदान करने के साथ-साथ यह मानव जीवन सार्थक कर देता है विशेष रिपोर्टिंग वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोज मनोजानंद द्वारा आज कथा के समापन के बाद श्री सिंह सभा गुरुद्वारा में आयोजित किये गये भंडारे में की गई।