निरंजनी अखाडा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज के सानिध्य मे सम्पन्न हुई अखाड़ा परिषद की बैठक।

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार 14 सितंबर। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक निरंजनी अखाड़े में जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि की अध्यक्षता में हुई। बैठक का संचालन मनसा देवी मंदिर के अध्यक्ष, निरंजनी अखाड़ा परिषद के सचिव व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने किया। जूना अखाड़े के सभापति महंत मोहन भारती, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर के पीठाधीश्वर व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष महंत नारायण गिरि, हिमालय पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद, बड़ा अखाड़ा उदासीन के महामंडलेश्वर हरि चेतनानंद, निरंजनी अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव महंत राम रतन गिरी, अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत बलवंत सिंह, भारत माता मंदिर के महामंडलेश्वर ललिता नंद गिरी समेत सभी अखाड़ों के साधु-संत बैठक शामिल हुए ।
 
बैठक में मनसा देवी मंदिर हादसे, उत्तराखंड, पंजाब समेत देश के विभिन्न राज्यों की प्राकृतिक आपदाओं में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। बैठक में सर्वसम्मति से उत्तराखंड आपदा को देखते हुए आपदा के पीड़ितों की आर्थिक मदद करने, सड़क बनाने, लोगों के घर बनाने आदि में शिक्षण संस्थान व लोगों के आवास बनाने सहित निर्णय लिया गया। संतों ने कहा कि आवश्यकता है की किस प्रकार इन आपदा ग्रस्त लोगों की सहायता की जाए महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद गिरि ने कहा की उत्तराखंड के सीमांतवर्ती दुर्गम क्षेत्रों में आवासीय विद्यालय खोलने के लिए प्रदेश सरकार से निवेदन किया जाएगा जिसमें अखाड़े भी सहयोग करेंगे और इन विद्यालयों में आपदा में अनाथ हुए बच्चों तथा आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निशुल्क शिक्षा आवास व भोजन की व्यवस्था की जाएगी। बैठक का संचालन कर रहे अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी ने कहा इस बैठक में अर्ध कुंभ की शाही स्नान की तिथियां पर चर्चा की जानी थी लेकिन पितृ पक्ष के चलते कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी नहीं आ पाए हैं इसलिए यह निर्णय आगामी 18 सितंबर को होने वाली दूसरी बैठक में लिया जाएगा। बैठक में जूना अखाड़े के महामंत्री महंत महेश पुरी, महंत शैलेन्द्र गिरि, रमता पंच के महंत सुंदर गिरी, जूना अखाड़े के मंत्री महंत ओम भारती, मंत्री महंत महाकाल गिरि, मंत्री महंत मनोज गिरि, मंत्री महंत रनधीर गिरी, महंत पशुपति गिरी, आवाहन अखाड़े के महंत, आनंद अखाड़े के कारोबारी महंत राजेंद्र पुरी , अखाड़ों के रमता पंच, शंभू पंच, श्रीपंच व दिल्ली संत महामंडल के महामंडलेश्वर, महंत आदि मौजूद रहे।