गुरु की वाणी माता का प्रेम और पिता की क्षमता का कोई मोल नहीं अनमोल होते महामंडलेश्वर 1008 संजय गिरी महाराज

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार 2 मई 2025 को कांगड़ी स्थित श्री सदगुरु देव आश्रम में भक्तजनों के बीच ज्ञान की वर्षा करते हुए पंचायती श्री जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर 1008 परम पूज्य श्री संजय गिरी जी महाराज ने कहा गुरु के मुख से निकलने वाली वाणी भक्तों के लिये अति कल्याणकारी जीवन के लियें सच्ची मार्गदर्शन होती है और माता का प्रेम पूरी तरह नहीं स्वार्थ होता है उसके प्रेम में भी कहीं ना कहीं ईश्वर का वास होता है और पिता की क्षमता गुरु की क्षमता अपने शिष्यों और बच्चों के लियें बड़ी ही अपरम्पार तथा अनमोल होती है जो पिता मेहनत मजदूरी से पूरे दिन पसीने में लथपत होकर जो धन कम कर लाता है उसे बच्चों में अपने परिवार पर पल भर में हर्ष से खर्च देता है अपनी सभी जिम्मेदारियां को कड़ी मेहनत के साथ निभाता है और गुरु हमारे अंदर संस्कार उत्पन्न कर हमारे जीवन की काया पलट कर देते हैं इसलिये इन सभी के कार्यों एवम क्षमताओं का कोई मोल नहीं चमकते हुए हीरे की तरह अनमोल है।