मनुष्य जैसा अन्न खाता है वैसा ही उसका मन होता है और जैसा पीता है पानी वैसी होती है उसकी वाणी श्री महंत श्यामसुंदर दास महाराज

हरिद्वार 2 मई 2025 (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानन्द) पावन नगरी हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र में बने प्रसिद्ध श्री श्याम वैकुण्ठ धाम जहां पहुंचने पर साक्षात ईश्वर की अनुभूति होती है ऐसे पतित पावनी मां गंगा के किनारे बने इस पावन बैकुंठ में पहुचते ही आपको दिव्यता की अनुभूति के साथ-साथ मन को अपार शांति प्राप्त होगी इस पावन श्याम वैकुण्ठ धाम में अपने श्री मुख से ज्ञान का प्रवाह करते हुए परम पूज्य श्री महंत गुरुदेव श्याम सुंदर दास महाराज ने कहा मनुष्य जैसी संगत करता है वैसी उसकी बुद्धि हो जाती है अगर वह मेहनत से कमाया हुआ अन्न खाता है तो उसकी बुद्धि तेजवान होती है अगर वह निरार्थक कर्मों से कमाया हुआ अन्न खाता है तो उसकी बुद्धि कर्म हीन होती है कहते हैं जैसा खाया अन्न वैसा हुआ मन जैसा पिया पानी वैसी हो गई वाणी इसलिये मेहनत और ईमानदारी की कमाई से प्राप्त वह व खाया गयाअन्न सदैव कल्याणकारी होता है और संत महापुरुषों की संगत भाग्य उदय करने वाली होती है हमें सत्य का मार्ग दिखाने वाली होती है हमें सत्य का बोध कराने वाली होती है हमारे ज्ञान चक्षु खोलने वाली होती है हमें हमारे कर्मों का बोध कराने वाली होती है इसलिये अन्न पानी और वाणी सदैव शुद्ध रखें।