शिव आराधना से होती है भौतिक और आध्यात्मिक उन्नति-स्वामी कैलाशानंद गिरी

वरिष्ठ पत्रकार राकेश वालिया
हरिद्वार, 31 जुलाई। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि शिव आराधना से भौतिक और आध्यात्मिक उन्नति होती है। श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित सावन पर्यन्त चलने वाली विशेष शिव आराधना के दौरान स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि शिव ही सृष्टि के संहारक और पुनर्जन्म के दाता हैं। शिव तत्व जिसे अनादि, अनंत और अखण्ड माना जाता है। सृष्टि के हर कण में व्याप्त है। शांति व सौम्यता के प्रतीक दयालु और औघड़दानी भगवान शिव अपने भक्तों में किसी प्रकार का भेद नहीं करते और सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि सावन का महीना, महाशिवरात्रि और सोमवार का व्रत शिव आराधना के लिए विशेष फलदायी हैं। शिव आराधना से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। स्वास्थ्य में सुधार होता है और रोगों से मुक्ति मिलती है। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। भगवान शिव की कृपा से कल्याण और मोक्ष की प्राप्ति होती है। जीवन की सभी बाधाएं, भय और रोग दूर होते हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और धन-धान्य की प्राप्ति होती है। आत्मबल में वृद्धि होती है और आत्मविश्वास बढ़ता है। जिससे प्रत्येक कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होता है। इस दौरान स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी सहित कई संत महंत और श्रद्धालु मौजूद रहे।