सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में ‘सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम 2025’ के साथ-साथ शिक्षक-अभिभावक बैठक का भव्य आयोजन किया गया।
सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार, 26 अक्टूबर 2025 सेक्टर-2, बीएचईएल रानीपुर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आज ‘सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम 2025’ के साथ-साथ शिक्षक-अभिभावक बैठक का भव्य आयोजन किया गया।
 
कार्यक्रम का शुभारंभ सभी मुख्य अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसने आयोजन को आध्यात्मिक और उत्साहपूर्ण स्वर प्रदान किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की आचार्या श्रीमती हेमा जोशी ने किया।मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. नीता नागिन (श्री राम मेडिकल कॉलेज की निदेशिका), श्रीमती ज्योति रेखा सिंघल (सेवानिवृत्त अध्यापिका एवं कार्यक्रम अध्यक्ष), डॉ. प्रियंका शर्मा (प्रबंधन समिति सदस्य) तथा श्रीमती नेहा जोशी, जिला प्रमुख सप्तशक्ति संगम हरिद्वार, उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की प्रस्तावना श्रीमती नेहा जोशी, जिला प्रमुख सप्तशक्ति संगम हरिद्वार, ने रखी।
उन्होंने कार्यक्रम की थीम में अंकित श्लोक का उल्लेख करते हुए कहा कि
> “कीर्तिः श्रीर्वाक् च नारीणां स्मृतिमेधा धृतिः क्षमा।”
(श्रीमद्भगवद्गीता 10/34)
उन्होंने श्लोक का अर्थ समझाते हुए कहा
> “भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि — मैं स्त्रियों में कीर्ति, श्री, वाणी, स्मृति, मेधा, धृति और क्षमा के रूप में विद्यमान हूँ।
यह श्लोक यह बताता है कि प्रत्येक नारी में ये सात दिव्य शक्तियाँ पहले से ही विद्यमान हैं।
जब नारी अपने भीतर की इन शक्तियों को पहचानती है, तो वह अपने परिवार, समाज और राष्ट्र के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाती है।”
डॉ. नीता नागिन ने महिलाओं की वर्तमान भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज की नारी केवल परिवार तक सीमित नहीं, बल्कि समाज, शिक्षा, चिकित्सा और नेतृत्व के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सशक्त भूमिका निभा रही है।
डॉ. प्रियंका शर्मा ने कुटुंब और पर्यावरण के बीच संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि यदि परिवार और प्रकृति दोनों में समरसता बनी रहे, तो समाज का सर्वांगीण विकास संभव है।
कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती ज्योति रेखा सिंघल ने अपने संबोधन में कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि वास्तव में मनुष्य को अपने भीतर निहित गुणों — सत्य, धैर्य, करुणा, सेवा और संयम — को जागृत करना ही जीवन का वास्तविक उद्देश्य है।
सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम 2025’ के अंतर्गत नारी शक्ति द्वारा गायन,पीपीटी, प्रश्नोत्तरी जैसी उत्कृष्ट सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिन्होंने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के अंत में संकल्प के माध्यम से समापन हुआ, जिसमें सभी महिलाओं ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन, शिक्षा प्रसार, संस्कार विकास और नारी सशक्तिकरण के लिए सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया।
विद्यालय परिवार ने सभी अतिथियों, शिक्षकों, अभिभावकाओं और नारी शक्ति के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
यह आयोजन समाज और मातृशक्ति — दोनों के सशक्तिकरण का एक सुंदर उदाहरण बनकर उभरा।
विद्यालय परिवार ने सभी अतिथियों, शिक्षकों, अभिभावकाओं और नारी शक्ति के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
यह आयोजन समाज और मातृशक्ति — दोनों के सशक्तिकरण का एक सुंदर उदाहरण बनकर उभरा।


