मठ मंदिर आश्रम अखाड़े दिन प्रतिदिन चढ रहे हैं भू माफियाओं की बलि

मनोज ठाकुर,हरिद्वार में बने मठ मंदिर आश्रम अखाड़े दिन प्रतिदिन चढ रहे हैं भू माफियाओं की बलि उत्तराखंड में संपत्ति क्रय विक्रय नियम संख्या 240 व 241 व 242 का फायदा उठाकर कोई भी भू माफिया किसी भी धार्मिक संपत्ति पर या तो अनाधिकृत कब्जा कर लेता है यह बिना किसी अधिकार के उसे बेचकर रातों-रात करोड़पति अरबपति बन जाता है इन नियमों के अंतर्गत रजिस्टर को यह देखने का अधिकार नहीं है की जो संपत्ति क्रय विक्रय करने आए हैं उनके संपत्ति से कोई लेना देना भी है या नहीं संपत्ति उनकी भी है या नहीं उत्तराखंड का आम जनमानस कथित नियमों के चलते न जाने कब लुट जाए कोई पता नहीं उसकी संपत्ति की कौन भूमिया कब रजिस्ट्री करके बेच के खा जाए कोई पता नहीं हाल ही में रानी गली भूपत वाला में कई करोड़ रुपए की बलजीत साधना केंद्र की संपत्ति भू माफियाओं ने जबरन छीन कर उस पर प्लाटिंग कर रातो रात निर्माण कर डाले तथा बेच बेचकर ठिकाने लगा दी इतना ही नहीं श्रवण नाथ नगर हरिद्वार के नरसिंह धाम वाली गली में स्वामी आशानंद धाम जो कि कई करोड़ रुपए की संपत्ति है को भी भूमाफियाओं ने बेचकर ठिकाने लगा दिया गुजरात भवन के पीछे वाली गली में खन्ना आश्रम पर भी इसी प्रकार का विवाद काफी लंबे समय से गहरा रहा है श्रवण नाथ नगर के 100 वर्ष पुराने श्रीमती मुन्नी चौहान के आश्रम ब्रह्मा आत्म भवन की एक भू माफिया ने 2 फर्जी रजिस्ट्री कर डाली सरकारी कुशा घाट हर की पैड़ी स्थित काली मंदिर अहिल्याबाई होलकर घाट भीमगोडा स्थित प्राचीन काली मंदिर सहित कई सैकड़ो प्रकरण प्रकाश में आने के बाद भी ना तो जिला प्रशासन जगा और न ही ही सरकार ने कोई नियम बनाया और ना ही कोई ठोस कार्रवाई हुई अगर संपत्ति स्वामी फिरfir दर्ज करने जाते हैं तो पहले तो उनकीfir दर्ज ही नहीं होती अगर उच्च अधिकारियों के आदेश पर एफआईआर दर्ज भी हो जाए तो जांच अधिकारीआई ओ ले देकर मामले में गलत फर लगाकर मामले को रफा दफा कर देते हैं ऐसा ही ब्रह्म आत्म श्रवण नाथ नगर हरिद्वार के प्रकरण में जाच अधिकारी आईऔ श्री अजय कृष्णा ने किया गलत जांच लगाकर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया।