11 September 2025

स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन उनके चलचित्र पर फूल अर्पित कर मिठाई का भोग लगाकर हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया:- मोनिक धवन

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 प्रमोद कुमार,हरिद्वार होमस्टे वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक मोनिक धवन के अध्यक्षता में स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन 12 जनवरी सन 1863 को हुआ था आज 12 जनवरी 2024 को सबने स्वामी विवेकानंद के चलचित्र पर फूल अर्पित कर मिठाई का भोग लगाया और हर्ष उल्लास से बनाया वक्ताओं ने कहा देवेंद्र तनेजा उनका घर का नाम नरेंद्र दत्त था नरेंद्र की बुद्धि बचपन से बड़ी तीर्व थी और परमात्मा को पाने की लालसा भी प्रबल थी इस हेतु वह पहले ब्रह्मा समाज में गए किंतु वहां उनके चित्र को संतोष नहीं हुआ वक्ताओं मनोज वर्मा ने बताया 25 वर्ष की अवस्था में नरेंद्र दत्त ने गेरुआ वस्त्र पहन लिए तत्पश्चाप उन्होंने पैदल ही पूरे भारतवर्ष की यात्रा की सन 1893 में शिकागो अमेरिका में विश्व धर्म परिषद हो रही थी स्वामी विवेकानंद उसे भारत के प्रतिनिधि के रूप में से पहुंचे यूरोप अमेरिका के लोग उसे समय पराधीन भारतवासियों को बहुत हीन दृष्टि से देखते थे वहां लोगों ने उन्हें बहुत कोशिश कि स्वामी विवेकानंद को सर्वधर्म परिषद में बोलने का समय ही ना मिले एक अमेरिकन प्रोफेसर के प्रयास से उन्हें थोड़ा समय मिला किंतु उनके विचार उनके सभी विद्वान चकित हो गए फिर तो अमेरिका में उनका बहुत स्वागत हुआ वहां उनके भक्तों का एक बड़ा समुदाय हो गया 3 वर्ष तक अमेरिका रहे और वहां के लोगों को भारतीय तक विज्ञान की अधिक ज्योति प्रदान करते रहे आध्यात्मिक विद्या और भारतीय दर्शन के बिना विश्वनाथ हो जाएगा यह स्वामी विवेकानंद जी का दृढ़ विश्वास था अमेरिका में उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की वक्ताओं ने कहा स्वामी विवेकानंद की घर की दशा बहुत खराब थी कुशल यह थी कि स्वामी विवेकानंद का विवाह नहीं हुआ था अत्यंत गरीबी में भी स्वामी विवेकानंद बड़े अतिथि से भी थे स्वयं भूखे रहकर अतिथि का भोजन करते थे स्वयं बाहर वर्ष में रात भर भीख के टूटे पड़े रहते और अतिथि को अपने बिस्तर पर सुला देते रामकृष्ण परमहंस की प्रशंसा सुनकर नरेंद्र उनके पास पहले तो तर्क करने के विचार से ही गए थे किंतु परमहंस ने देखते ही पहचान लिया कि यह वही शिष्य है जिसका उन्हें कई दिनों से इंतजार है परमहंस की कृपा से इनको आत्म साक्षात्कार हुआ फल स्वरूप नरेंद्र पर परमहंस के शिष्यों में प्रमुख हो गए संन्यास लेने के बाद इनका नाम स्वामी विवेकानंद हुआ मौके पर मनोज विक्की देवेंद्र तनेजा जितेंद्र बबीता प्रमोद विमल सोनू आदि मौजूद थे।

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