जिस जीवन में सुकून और हरि भजन ना हो वह व्यर्थ है श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज

प्रमोद कुमार हरिद्वार
हरिद्वार (वरिष्ठ पत्रकार मनोज ठाकुर) श्याम वैकुंठ धाम श्यामपुर के परमाध्यक्ष परम विभूषित परम वंदनीय धर्म परायाण त्याग मूर्ति तथा समाज के सच्चे मार्गदर्शन परम पूज्य गुरुदेव श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कहा मनुष्य के जीवन में लाख धन की कमी ना हो किंतु अगर उसके जीवन में सुकून और हरि भजन नहीं है तो वह सब धन जिस प्रकार किसी मनुष्य की आंख खराब होने पर उसे पत्थर की आंख लगा दी जाती है वह आंख की कमी तो पूरी कर देती है लेकिन आंख न होने के कारण होने वाले दृष्टि दोष व अन्य दोस को पूर्ण नहीं कर सकती इसी प्रकार जो लोग दिखावे का जीवन जीते हैं दूसरों को चमक दमक दिखाने के लिए अपने ऊपर झूठी पोलिश करके जो लोग प्रशंसा अर्जित करते हैं वह सब झूठी है क्योंकि अगर एक खंडहर में या एक झुग्गी झोपड़ी में आपको संतोष और सुकून मिल रहा है तो उससे बढ़कर जीवन में कोई और प्राप्ति हो ही नहीं सकती आप दिखावे के लिए लाख पश्चात संस्कृति के तरह-तरह के व्यंजन तथा अन्य पदार्थ ग्रहण कर ले किंतु आपकी भूख और सुधा वास्तविक खाने से ही शांत होगी लाख आप चटकारे युक्त आहार ले किंतु जो भोजन आपके शरीर को शक्ति दे सकता है आपके शरीर पेट की सुधा समाप्त कर सकता है वह कोई और वस्तु नहीं कर सकती इसी प्रकार मनुष्य के जीवन में सुकून और हरि भजन का भी एक विशेष महत्व है हरि भजन आपके संस्कारों में परिवर्तन करने के साथ-साथ आपका लोक और परलोक दोनों सुधार देता है इसी प्रकार जीवन का सुकून भी एक बहुत बड़ा महत्व रखता है सुकून के बिना इस नसवान शरीर को तरह-तरह की व्याधियों घेर लेती हैं यह सदैव असमंजस में रहता है किंतु अगर आप एक रोग मुक्त कुशल जीवन जीना चाहते हैं तो सादगी भरा हरि भजन युक्त जीवन होना बड़े ही भाग्य की बात है।