4 September 2025

आखिर कौन कर रहा मीडिया से बैर किसने किया उन्हें गेट पर रोकने का फरमान जारी:- वरिष्ठ पत्रकार मनोज ठाकुर

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प्रमोद कुमार हरिद्वार

स्पेशल रिपोर्ट वरिष्ठ पत्रकार मनोज ठाकुर

 

हरिद्वार 14 सितंबर 2024 आजकल विश्व प्रसिद्ध पावन नगरी हरिद्वार में होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों में मीडिया कर्मियों को प्रवेश करने से रोके जाने का फरमान कोतवालों को किसने दिया आखिर कौन रखना चाहता है धार्मिक आयोजनों से मीडिया कर्मियों को दूर कौन कर रहा है मीडिया से बैर कौन उगल रहा है मीडिया के खिलाफ जहर इसके पीछे ढेर सारे सवाल धर्म के क्षेत्र में समाचार लिखने वाले मीडिया कर्मियों के मन में बार-बार हिलोर मार रहे है कहीं कोई ऐसी बात तो नहीं जो मीडिया कर्मियों से छिपाने का प्रयास हो रहा हो आजकल धार्मिक आयोजनों में समाचार लिखने वाले पत्रकारों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो गई है इसमें बहुत से ऐसे लोग मीडिया कर्मियों की आड़ में घुस जाते हैं जो कभी समाचार लगाते ही नहीं किंतु जो समाचार प्रकाशित करते हैं तथा निरंतर सनातन और धर्म की गाथाये लिखते रहते हैं उन्हें किसके इशारे पर धार्मिक कार्य कर्मों में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है साधु संतों का कौन सा गुट या कौन सा संप्रदाय मीडिया से दूरी बनाकर रखना चाहता है ऐसी क्या बात है इस बात को लेकर आजकल मीडिया क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा सुनने के लिए मिल रही हैं हालांकि प्रेस एक्ट व नियम के अनुसार मीडिया कर्मियों को समाचार लिखने से रोक नहीं जा सकता किंतु अब मीडिया के सामने यह सवाल है कि उसे रोक कौन रहा है किस कारण से रोक रहा है कोतवाल रामेश्वर गिरी कोतवाल रमेशानन्द महाराज व उनके दो अन्य समर्थक कोतवाल पत्रकारों को गेट पर यह कहकर रोक देते हैं की पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज ने पत्रकारों के भंडारे में घुसने पर रोक लगा दी है श्री अवधूत जगतगुरु राम उदासीन आश्रम कनखल मे कुछ पत्रकारों ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज से इस बारे में चर्चा की तथा जानकारी चाहिए की क्या उन्होंने मीडिया कर्मियों को धार्मिक आयोजन भंडारे यदि में घुसने से रोकने को कहा है लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कोतवालों को ऐसा कुछ नहीं कहा है उन्होंने पत्रकारों के कार्य कर्मों में जाने पर कोई रोक नहीं लगाई है तो आखिर सवाल यह उठता है की कोतवाल रामेश्वर गिरी कोतवाल रमेशानन्द महाराज कोतवाल गगन देव महाराज कोतवाल धर्मदास महाराज अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज का नाम लेकर पत्रकारों को गेट पर क्यों रोक देते हैं इतना ही नहीं एक अन्य गुटके पत्रकारों को कार्यक्रम में प्रवेश करने देते हैं अन्य पत्रकारों को गेट पर रोक देते हैं आखिर यह किसके इशारे पर हो रहा है अन्य मीडिया कर्मियों से कौन बैर कर रहा है कुछ दिनों पूर्व षड दर्शन साधु समाज द्वारा की गई बैठक में धार्मिक कार्यक्रमों में पत्रकारों को न घुसने देने के लिए चार कोतवाल बनाए गये हैं कुछ चर्चाये इस प्रकार प्रचलित है मीडिया से बैर करने का आदेश देने वाले उन संत महापुरुषों पर अब मीडिया की नजर बनी हुई है कि आखिर वे कौन कौन संत महापुरुष थे जो उस बैठक में उपस्थित थे आखिर उन्हें क्यों लेना पड़ा इस प्रकार का निर्णय इस बात पर मीडिया कर्मियों की नजर लगी हुई है आखिर क्या राज है जिसे मीडिया की नजरों से छुपाने का प्रयास किया जा रहा है या कोई और उद्देश्य है मीडिया कर्मियों को धार्मिक आयोजनों से दूर रखने का आखिर किसने रचा मीडिया कर्मियों के विरुद्ध यह षड्यंत्र खुलेगी पोल क्योंकि मीडिया के विरुद्ध कुछ समय से कुछ संप्रदायों के संत कड़वा रुख दिखा रहे थे अब मीडिया की नजर उन पर टेढ़ी नजर रखने वालों पर है मीडिया का एक गुट किसके इशारे पर कार्यक्रम में अंदर हो जाता है और बाकी पत्रकारों को किसके इशारे पर गेट पर रोक दिया जाता है यह मामला मीडिया कर्मियों के जहन में तूल पकड़ता जा रहा है आखिर धार्मिक आयोजनों से मीडिया कर्मियों को कौन रखना चाहता है दूर कौन कर रहा है मीडिया से बैर कौन दे रहा है मीडिया को खुली चुनौती परत दर परत खुलेगी इस बात की परत कौन रच रहा है मीडिया कर्मियों के विरुद्ध षड्यंत्र हां यह बात जरूर है की कुछ अरसे से मीडिया कर्मियों की संख्या में वृद्धि हुई है कुछ लोग मीडिया कर्मियों के बीच घुसकर मीडिया को अधिकृत रूप से बदनाम कर रहे हैं किंतु इसके लिए शासन प्रशासन जिम्मेदार है की कोई भी व्यक्ति फेसबुक या किसी अन्यएप पोर्टल पर समाचार चलने लगता है अब उनकी कितनी सीमा होनी चाहिए क्या उन्हें इस प्रकार मीडिया कर्मियों के बीच घुसकर मीडिया कर्मियों की संख्या बढ़ानी चाहिए या नहीं इस बात पर शासन और प्रशासन को निर्णय लेना चाहिए की सोशल मीडिया के लोग या गैर रजिस्टर्ड पोर्टल चलने वाले लोग मीडिया कर्मियों की तरह कार्यकर्मों में जा सकते हैं या नहीं इस बात की शासन और प्रशासन को पुष्टि करनी चाहिए साथ ही ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए जो मीडिया कर्मियों के बीच घुस जाते हैं और कहीं समाचार नहीं लगाते या मीडिया के बीच घुसकर मीडिया कर्मी बनकर अनाधिकृत लाभ चाहते हैं साथ ही धार्मिक आयोजन करने वाले समस्त आयोजन करता उसे अनुरोध है कि वे धार्मिक आयोजनों में पत्रकारों को समाचार लिखने से न रोके और समाचार लिखने की एवज में पत्रकारों को किसी भी प्रकार का कोई लालच न दिया जाए किसी भी प्रकार का प्रलोभन न दे उन्हें निस्वार्थ भाव से पत्रकारिता करने की छूट प्रदान की जाये अगर कार्यक्रम में कोई भी पत्रकार किसी भी प्रकार की कोई मांग करता है तो उसके विरुद्ध जिला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वह जिला अधिकारी को शिकायत की जाये साथ में इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि कहीं संपूर्ण पत्रकारिता जगत किसी की निजी दुश्मनी शत्रुता जलन या तृडता का शिकार तो नहीं होना पड रहा है

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