भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में संगीतकारो का बड़ा महत्व- आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी

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सम्पादक प्रमोद कुमार

वरिष्ठ पत्रकार राकेश वालिया प्रयागराज, आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी से मिलने भारतीय संगीतकार और गायक अनु मलिक आनंद अखाड़े की छावनी में पहुंचे। जहां आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालका नंद गिरी महाराज ने अनु मलिक को फूलों की माला पहनकर तथा शाल उड़ाकर उनका स्वागत सम्मान किया। इस अवसर पर आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरी महाराज ने कहा की भारतीय संगीत और संगीतकार भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है। संगीत की देवी माँ सरस्वती कों माना जाता हैं और यह भी माना जाता है कि जिस पर मां सरस्वती की कृपा हो जाए वह भारत ही नहीं विश्व विख्यात हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज ऐसी ही कृपा भारतीय संगीतकार एवं गायक अनु मलिक पर भी हुई हैं।
जिसके चलते अनु मलिक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और फिल्मफेयर पुरस्कार के विजेता होने के साथ एक बड़े संगीत निर्देशक हैं और उनका नाम पूरे विश्व में विख्यात हैं।

 

भारतीय संगीतकार और गायक अनु मलिक ने आचार्य महामंडलेश्वर बालका नन्द गिरी महाराज से आशीर्वाद लेते हुए कहा की संत महापुरुषों के आशीर्वाद से जीवन का उद्धार हो जाता है। उन्होंने कहा की ऐसे संतो की चरण राज अगर मिल जाए तो साक्षात भगवान के दर्शन हो जाते हैं। जो हमारे लिए बड़ी ही सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि आज हमारा बड़ा सौभाग्य है कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालका नंद गिरी महाराज का आशीर्वाद मिला। इस अवसर पर स्वामी सत्यानंद गिरी, स्वामी नरेंद्र गिरी, स्वामी नथी नंद गिरी, स्वामी सुरेश गिरी, स्वामी गोपाल गिरी, स्वामी किशोर गिरी, आचार्य मनीष जोशी, स्वामी महेश योगी आदि के संग अनेकों संत महापुरुष उपस्थित रहे।

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