भीम आर्मी एकता मिशन ने भाजपा के शासन काल में भाजपा के नेताओ द्वारा बयान में भारतीय संविधान को बदलने की बात को लेकर कड़ी निन्दा की

देहरादून दिनांक 22 अगस्त 2023 को भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल कुमार आजाद एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जी,आर, जायसवाल , एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भाजपा के शासन काल भाजपा के नेताओ द्वारा बयान में कई भारतीय संविधान को बदलने की कही गई है लेकिन हमारे महान प्रधानमंत्री जी अपनी कुछ भी बोलने की बजाय चुप्पी साधे हुए क्या मोदी जी संविधान के बिना भारत के प्रधानमंत्री चुने गए थे अगर संविधान नही होता तो मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री नही होते बहुत ही सम्मानित इस देश महामहीम द्रौपदी मुर्मू जी आज भारत की राष्पति नही होती जायसवाल ने कहा कि आज अगर गरीब का बच्चा पढ़लिखकर आगे बढ़ रहा है तो इनके पेट दर्द हो रहा है बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी ने जो भारतीय संविधान लिखा था उसमें किसी को भी वंचित नहीं रक्खा गया है सभी सम्मानता का अधिकार दिया गया है लेकिन आज ये संविधान बदलने की करते हैं और जो RSS के लोगो ने मनुस्मृति लिखकर तैयार किया है उसमें SC/ST/OBC अल्पसंख्यक समुदाय के के हिस्से में गुलामी लिखी है इंसान सर्वेश्रेष्ठ अपने कर्मों के आधार पर होता हैं किसी जाति या धर्म में जन्म लेने व्यक्ति श्रेष्ठ नही होता है बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी सभी को शिक्षा का अधिकार दिया साथ बैठने का अधिकार दिया खुले में घूमने की आजादी दी है चुनाव लड़ने का अधिकार दिया भारतीय संविधान के अनुच्छेद-320 के तहत आयोजित होने वाली UPSC परीक्षा के माध्यम से चयनित IAS *बिबेक देबरॉय* जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन हैं, उन्होंने हाल ही में एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने अत्यंत गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए भारतीय संविधान को बदलने की बात कहीं है, ऐसे बयान की एक प्रशानिक अधिकारी से अपेक्षा नहीं की जा सकती है। उनका बयान नागरिकों में विद्रोह पैदा करने जैसा है, जो देश की अखंडता के खिलाफ है, अतः देशद्रोह की श्रेणी में रखे जाने योग्य है, लेकिन बावजूद इसके देशवासियों में इसके विरुद्ध कोई रोष दिखाई नहीं दिया।
देश में छिड़ी भारतीय संविधान को बदलने की बहस पर भीम आर्मी एकता मिशन का कहना है की बीजेपी की कथनी और करनी में भारी अंतर है। सरकार द्वारा एक तरफ आजादी का अमृत महोत्सव चलाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ RSS द्वारा संचालित बीजेपी के समर्थक और सांप्रदायिक ताकतें देश में वैमनस्य पैदा करना चाहती है। बीजेपी जब कभी भी सत्तासीन हुई है उसने भारतीय संविधान की मूल भावना पर प्रहार करके नए संविधान की चर्चा छेड़ी है। इस अति संवेदनशील मुद्दे पर पीएम कार्यालय से फिर से संविधान बदलने की नई बहस शुरू हुई है। इसलिए पीएम मोदी को देश के सामने आकर बताना चाहिए की आखिर डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी के बनाए भारतीय संविधान से उन्हें क्या परेशानी है और उनकी विचारधारा भारतीय संविधान के खिलाफ क्यों चल रही है! भीम आर्मी एकता मिशन और सभी बहुजन संगठन डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी के बनाए भारतीय संविधान के खिलाफ किसी भी षड्यंत्र का मुंहतोड़ जवाब देने के तैयार है। देश में संविधान बदलने की नई बहस और सियासत पर पीएम मोदी को अपनी चुप्पी तत्काल तोड़नी चाहिए। वहीं जो लोग भारतीय संविधान पर ऊंगली उठाकर देश को खंडित करने की मंशा रख रहे है उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करना चाहिए। ताकि फिर से कोई भारतीय संविधान के बहाने देश के खिलाफ कोई बड़ी साजिश ना रच सकें। भारतीय संविधान की प्रस्तावना में ही इसका मूल है जो देश को अमन- चैन, सौहार्द,तरक्की और सबका साथ सबका विकास की ओर ले जाने के लिए प्रेरित करता है। बीजेपी का उद्देश्य RSS संघ का सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और शैक्षणिक छुपा हुआ एजेंडा पूरा करना है। बीजेपी ने आज तक जनहित में दिखाने के लिए जितने भी कानून बनाए है उन सब के खिलाफ आम आदमी ने हमेशा आवाज उठाई है और विवाद रहा है। भीम आर्मी एकता मिशन संगठन चेतावनी दे रहा है कि अगर संविधान पर आंच आई तो संविधान बदलने वालों को इस देश में छुपने के लिए कहीं भी जगह नहीं मिलेगी। कभी भी संविधान को बदलने की गलती नहीं करना। देश का मजदूर किसान हर वर्ग संविधान के लिए हमेशा तैयार रहेगा। संविधान को बचाने के लिए बहुजन समाज अगर अपनी जान दे सकता है तो फिर कुछ भी करने को तैयार है।