सबसे पहले विमान राइट बन्धु ने नही भारत बन्धु ने बनाया था : धीरज शर्मा

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हरिद्वार ( ठाकुर मनोज कुमार ) 13 अक्टूबर 2023 को देवपुरा स्थित सीएम कोर्ट परिसर में पहुचे पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज के बी. ए .एम .एस युवा वैज्ञानिक धीरज शर्मा सुपुत्र पण्डित श्री सुभाष शर्मा ने वेदों को आधार मानकर यह बताया की सबसे पहले विमान निर्माण कला भारत ने विश्व को दी है और सबसे पहले विमान भारत में ही बनाया गया था क्योंकि हमारे वेद शास्त्रों में विमान शास्त्र पहले से ही से विस्तार सहित वर्णित है यहां तक की हमारे शास्त्रों में यह भी बताया है कि विमान कितने प्रकार के होते हैं कैसे उड़ाते हैं कैसे गति करते हैं एवं कौन व्यक्ति इन विमान को उड़ाने के लिए योग्य है और विमान के उड़ने के पीछे क्या क्रियाविधि होती है हमारे शास्त्र में बड़े ही विस्तार पूर्वक विमान विज्ञान का उल्लेख किया गया है जैसे की हमारे विमान शास्त्र के पुरोधा महर्षि लल ने बताया कि वह यान जो की पक्षियों की तरह एक स्थान से उड़कर दूसरे स्थान पर जाता हो वह विमान कहलाता है और उन्होंने बताया कि विमान दो शब्दों से मिलकर बना है वि + मान यहां वि एक उपसर्ग है जिसका अर्थ है विशेष और मान का शाब्दिक अर्थ है गति अर्थात विशेष गति जो विशेष गति करता हो वह विमान कहलाता है और विमान शास्त्र के हमारे द्वितीय प्रमुख पुरोधा महर्षि नारायण जी ने बताया कि वह यान जो एक देश से दूसरे देश तथा एक दीप से दूसरे दीप और एक लोक से दूसरे लोग उड़ कर जाता हो वह यान विमान कहलाता है यहां तक कि हमारे वैदिक शास्त्रों में विमान निर्माण हेतु प्रयोग में आने वाले यंत्रों का भी से विस्तार सहित उल्लेख किया गया है एवं विमान को कैसे नियंत्रित किया जाता है इस विद्या का भी उल्लेख किया गया है जैसे की हमारे वैदिक विमान शास्त्रियों ने बताया कि जब विमान गति करता है तो वायु का इसकी सतह पर घर्षण होता है जिसके कारण विमान में आग लगने की संभावना होती है इस घटना को रोकने के लिए नाल पंचक यंत्र का प्रयोग बताया गया है वैदिक विमान शास्त्र में ऐसे सैकड़ो तथ्य वैज्ञानिकता से परिपूर्ण है जिनके आधार पर हम गर्व और दावे से कह सकते हैं की सबसे पहले विमान राइट बंधु ने नहीं भारत बंधु ने बनाया था जय हिंद जय वेद।

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