गुरु मनुष्य के ज्ञान के चक्षु खोल देते हैं तथा मनुष्य में संस्कारों का निर्माण करते हैं श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज

हरिद्वार श्यामपुर कांगड़ी स्थित श्री श्याम वैकुंठ धाम मे आसपास के स्कूलों के बच्चों को आश्रम के परमाध्यक्ष श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कापी किताब बैग जुराव तथा टोपे विस्तृत किये इस अवसर पर बोलते हुए बाबा है योगी जी महाराज ने कहा विद्या का दान सबसे बड़ा दान है इस अवसर पर बोलते हुए श्री चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष श्री महंत ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा गुरु मनुष्य की बुद्धि के विकास दाता है गुरु के ज्ञान के बिना मनुष्य विकास नहीं कर पाता इस अवसर पर बोलते हुए श्री श्याम वैकुंठ धाम के परमा ध्यक्ष श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कहा ज्ञान दो प्रकार का होता है विद्या का दान और आध्यात्मिक ज्ञान जो गुरुजनों द्वारा प्रदान किया जाता है विद्या का दान महादान है जो गुरुजन छोटे-छोटे शिशुओं में विद्या का दान उच्च संस्कार भरते हैं उन्हें विद्या ज्ञान पढ़ना लिखना सीख कर जीवन की सबसे बड़ी शिक्षा देते हैं तथा मनुष्य के ज्ञान चक्षु तब खुलते हैं जब आध्यात्मिक गुरु उन्हें अध्यात्म के साथ-साथ जीवन जीने की परख सीखते हैं उन्हें साक्षात ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग दिखाते हैं इसलिए जीवन में दोनों गुरुओं का विशेष महत्व है एक शिक्षा का दाता तो दूसरा अध्यात्म से जोड़ते हुए मनुष्य को जीवन जीने की परख सीखने वाला आध्यात्मिक गुरु ज्ञान का दाता मनुष्य को कल्याण और ईश्वर की ओर ले जाने वाला आध्यात्मिक गुरु है दोनों गुरुओं का विशेष महत्व उनके ज्ञान के बिना मनुष्य का जीवन पशु के समान है इस अवसर पर महंत वरुण शर्मा महंत बाल कृष्ण शर्मा सुरेश कुमार दीक्षित संजय शर्मा पुजारी डॉ राकेश डॉक्टर बी के मिश्रा अशोक चौहान गोपाल गर्ग आशीष मेहरा महेंद्र चौहान सुशील महंत सतीश गिरी महाराज वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण महाराज श्री श्रवण दास महाराज महंत कमलेशानंद महाराज सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे