श्री कृष्णा आश्रम रानीपुर मोड़ हरिद्वार में 11 वां गुरु स्मृति महोत्सव बड़े ही धूमधाम से संत महापुरुषों की गरिमा मय उपस्थित के बीच संपन्न हुआ

हरिद्वार 26 दिसंबर 2023 को श्री कृष्णा आश्रम रानीपुर मोड़ हरिद्वार में 11 वां गुरु स्मृति महोत्सव बड़े ही धूमधाम से संत महापुरुषों की गरिमा मय उपस्थित के बीच संपन्न हुआ इस अवसर पर महंत श्री बिहारी शरण जी महाराज ने अपने परम सेवा भावी शिष्य श्री अंकित शरण महाराज को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए श्री महंत पद पर पटा अभिषेक किया इस अवसर पर सभी संत महापुरुषों ने चादर ओढ़ाकर नव नियुक्त महंत श्री अंकित शरण महाराज को चादर ओढ़ाकर तिलक किया इस अवसर पर बोलते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज ने कहा गुरु शिष्य परंपरा सनातन सन्यास संस्कृति की महान परंपरा है एक गुरु अपने शिष्य को समय रहते अपनी जिम्मेदारियां सौंप कर उसे जिम्मेदारियां का एहसास कराता है भारतीय संस्कृति संपूर्ण विश्व में संस्कारों तथा सभ्यता के लिए जानी जाती है आज संपूर्ण विश्व हमारी सनातन परंपरा को अपने के लिए आतुर श्री सुदर्शन आश्रम अखाड़े के परमाध्यक्ष श्री महंत रघुवर दास जी महाराज ने कहा श्री अंकित शरण जी महाराज एक विद्वान त्याग मूर्ति संत है उनके परम वंदनीय गुरुदेव श्री महंत बिहारी शरण महाराज ने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर उनके कंधों पर अपनी जिम्मेदारी सौंपी है श्री अंकित शरण महाराज आश्रम को और अधिक उन्नति के पथ पर ले जाते हुए आगे बढ़ाएंगे इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत बिहारी शरण महाराज ने कहा परम पूज्य गुरुदेव गोलोकवासी महंत श्री हेमकांत शरण महाराज ज्ञान का एक विशाल सूर्य थे उनके ज्ञान रूपी सरोवर में स्नान कर भक्त अपने जीवन को धन्य और कृतार्थ किया करते थे मेरे परम शिष्य अंकित शरण महाराज एक सेवाभावी आज्ञाकारी शिष्य हैं वे आश्रम को दिन प्रतिदिन उन्नति के पथ पर अग्रसर करेंगे इस अवसर पर बोलते हुए नव नियुक्त महंत अंकित शरण महाराज ने कहा मेरे परम वंदनीय गुरुदेव श्री श्री बिहारी शरण जी महाराज ज्ञान और त्याग की एक अखंड मूर्ति है मै उनके सानिध्य और आशीर्वाद की छाया में उनके बताएं मार्गदर्शन के अनुसार आगे बढ़ने का प्रयास करूंगा मेरे गुरुदेव श्री महंत बिहारी शरण जी महाराज की महिमा बड़ी अपरंपार है वे साक्षात ईश्वर की प्रतिमूर्ति है मे उनके श्री चरणों में शत-शत नमन करता हूं उनके द्वारा सोपी गई जिम्मेदारी को पत्थर की लकीर मानकर पूरा करूंगा इस अवसर पर श्री महंत हठ योगी महाराज महंत रघुवर दास महाराज महंत कृष्ण देव महाराज महंत रवि देव महाराज महंत विवेकानंद महाराज महंत शत्रुघ्न दास श्रवण शंखधर श्री शिवांग भारद्वाज श्री शंखधर श्रीयांग शखधर आकाश बहुखंडी आचार्य कृष्ण पाराशरी गौतम मिश्रा एवं कीर्तन मंडली सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे।