जो भक्त सच्ची आस्था के साथ नीलेश्वर महादेव के दरबार में आते हैं वह खुशियों की झोलियां भरकर हंसते गाते अपने गंतव्य की और जाते हैं श्री महंत हरिदास महाराज

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार के प्रसिद्ध सतयुग कालीन श्री नीलेश्वर गौरीशंकर महादेव मंदिर में भक्तजनों द्वारा किये गये भंडारे के अवसर पर अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए श्री महंत हरिदास महाराज ने कहा यह तपोभूमि नीलेश्वर महादेव गौरी शंकर मंदिर सतयुग कालीन मंदिर है यहां भगवान भोलेनाथ श्री नीलेश्वर के रूप में विद्यमान है जो भक्त सच्चे मन से सच्ची आस्था भक्ति के साथ यहां आते हैं उनको मनोवांछित फल प्राप्त होता है हंसते गाते भक्ता खुशियों की झोलियां भरकर अपने गंतव्य की और जाते हैं इस प्राचीन सिद्ध मंदिर में भगवान भोलेनाथ माता पार्वती के साथ बारात के आवागमन के दौरान कुछ पल रुके थे तथा तभी से यह पौराणिक स्थान नीलेश्वर गौरीशंकर महादेव के नाम से प्रसिद्ध है तभी से भक्तों का आये दिन यहां ताता लगा रहता है इस तपोस्थली पर परम विद्वान संत महापुरुष सदैव तपस्या करते चले आये हैं जो भी भक्त यहां सच्चे मन से आता है कभी खाली हाथ नहीं लोटता उसकी सभी इच्छाये भगवान श्री गणेश की कृपा से पूर्ण होती है।