दूर रहकर भी जड़ों से जुड़ाव ही हमें अपनी संस्कृति से जोड़े रखता है: त्रिवेन्द्र

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार/लखनऊ 19 जुलाई 2025 (उत्तर प्रदेश): उत्तराखंड की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहने का भाव आज लखनऊ में उस समय देखने को मिला जब पर्वतीय महापरिषद, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्री गणेश चन्द्र जोशी के नेतृत्व में परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने सांसद हरिद्वार एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी से शिष्टाचार भेंट की।
 
इस अवसर पर लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल जी भी गरिमामयी उपस्थिति में रहीं।बैठक के दौरान उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक लोकपर्व हरेला की एक-दूसरे को हार्दिक शुभकामनाएँ दी गईं। सांसद श्री रावत ने इस अवसर पर सभी को बधाई देते हुए माँ गंगा से यह प्रार्थना की कि यह पावन पर्व सभी के जीवन में हरितिमा, खुशहाली और समृद्धि लेकर आए।
उन्होंने कहा कि दूर रहकर भी जड़ों से जुड़ाव ही हमें अपनी संस्कृति से जोड़े रखता है। उत्तराखंड से बाहर बसे हमारे प्रवासी भाई-बहन जिस श्रद्धा और उत्साह से हरेला जैसे पर्वों को मना रहे हैं, वह अत्यंत प्रेरणादायक है। यह न केवल हमारी परंपरा को जीवंत रखता है, बल्कि समाज में प्रकृति संरक्षण और सांस्कृतिक चेतना का भी संदेश देता है।
उन्होंने कहा कि इस आत्मीय मिलन एवं संवाद ने प्रवासी उत्तराखंडी समाज में आत्मीयता और सांस्कृतिक गर्व की अनुभूति को और सशक्त किया। सांसद रावत ने सभी को लोकपर्व हरेला की शुभकामनाएँ दीं।
इस अवसर पर पर्वतीय महापरिषद के कई पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से, श्री कौस्तुभ चंदोला (संयोजक), श्री महेंद्र रावत (महासचिव), श्रीमती सुमन रावत (उपाध्यक्ष), श्री रमेश चंद्र उपाध्याय (उपाध्यक्ष), श्री प्रकाश शुक्ला, श्रीमती जानकी अधिकारी (महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष), श्री कृपाल सिंह रावत (कोषाध्यक्ष), श्री गोवर्धन भट्ट तथा अन्य सम्मानित सदस्यगण शामिल रहे।