मनुष्य द्वारा जीवन में अर्जित किये गये पुण्य से मनुष्य को जीवन में भक्ति प्राप्त होती है बोले परम पूज्य श्री चिन्मयानन्द बापू

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानन्द) भूपतवाला स्थित श्री चिन्मयानंद धाम में आयोजित संत समागम में बोलते हुए देश के प्रख्यात कथा व्यास परम पूज्य श्री चिन्मयानन्द बापू ने कहा हम अपने जीवन में जो अच्छे कर्म करते हैं दान सत्कर्म पूजा पाठ कथा आयोजन आदि पावन कार्यों के माध्यम से अर्जित पुण्यों के प्रताप से मनुष्य को जीवन में भक्ति प्राप्त होती है जिसके जीवन में भक्ति वास कर लेती है वह भगवान राम मय हो जाता है उसे कदम कदम पर उसके आराध्या के पावन दर्शन प्राप्त होते हैं भक्ति में और आस्था में ईश्वर का वास होता है श्रीमद् भागवत कथा श्री रामायण जी शिव पुराण जैसी पावन कथायें हमारे जीवन की अज्ञानता को समाप्त कर उसे ज्ञान से आलोकित कर कल्याण की और अग्रसर कर देती हैं अपने पूर्वजों की पावन स्मृति में कथाओं का आयोजन करने से उसके पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और आयोजन करने वाले भक्तों के जीवन में सुख शांति समृद्धि की वर्षा होती है इस अवसर पर श्री महंत दुर्गा दास महाराज श्री महंत प्रहलाद दास महाराज श्री महंत गंगा दास पटवारी महाराज श्री महंत सूरज दास महाराज श्री महंत जयरामदास महाराज श्री आकाश पाण्डे श्री राघव श्री आकाश श्री हरीश जोशी पं घनश्याम दास सहित भारी संख्या में संत महापुरुष तथा भक्तजन उपस्थित थे सभी ने आयोजित विशाल भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण किया।