हरि भजन की महिमा बड़ी ही अपरंपार है जिसने भजा है हरि का नाम वह हो गया भवसागर पार:- स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि

हरिद्वार जगतगुरु उदासीन आश्रम जसराम रोड हरिद्वार में श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के समापन के अवसर पर बोलते हुए आश्रम के श्री महंत परम पूज्य स्वामी सुतीक्ष्ण मुनि जी महाराज ने कहा हरि भजन की महिमा बड़ी ही अपरंपार है जिसने भजा है हरि का नाम वह हो गया भवसागर पार श्रीमद् भागवत कथा जीवन सुधा रस है इसके दूर से भी सुनने मात्र से मनुष्य का कल्याण संभव है कथा व्यास पंडित लक्ष्मी नारायण शास्त्री जी ने कहा श्रीमद् भागवत कथा इस धरती पर मानव के कल्याण का एक ऐसा माध्यम है जो मनुष्य को पाप और बंधन मुक्त करते हुए भगवान श्री हरि के चरणों में विलीन कर देती है इस पृथ्वी पर श्रीमद् भागवत कथा को सुनने मात्र से मनुष्य का लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं मनुष्य को इस लोक में सुख समृद्धि वैभव अपार शांति की प्राप्ति होती है परलोक में भगवान श्री हरि के चरणों में स्थान प्राप्त होता है।