किर्बी के मजदूर नेताओं के गैर कानूनी निलंबन पर 700 मजदूरों ने प्रतिरोध व्यक्त किया

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार दिनांक 19 अप्रैल को 450 स्थायी और 250 ठेका मजदूर किर्बी प्रबंधन की तानाशाही और गुण्डागर्दी के खिलाफ अपना प्रतिरोध सामुहिक रुप से चिन्मय डिग्री कालेज के सामने बैठे हैं जब तक मजदूरों की न्यायपूर्ण मांगे पूरी नही होगी तब तक यह प्रतिरोध जारी रहेगा।
 
आज श्रमिक कमेटी के सदस्यों ने सहायक श्रमायुक्त महोदय,
रोशनाबाद हरिद्वार को एक मांग पत्र भी सौपा और तत्काल समस्या के समाधान के लिए कहा गया। मांग पत्र में कहा गया कि
किर्बी प्रबंधन द्वारा पहले 19 मार्च के समझौता का उल्लंघन किया गया। श्रमिक कमेटी के सदस्य जय भगवान व अन्य मजदूरों के विभाग बिना किसी उचित प्रशिक्षण के बदल दिए गए। जिससे जय भगवान की दो पसलियों में फैक्चर आ गया है।
इसके बाद लगातार कैंटीन में खाने में कीड़े निकल रहे हैं। जिस पर किर्बी प्रबंधन ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की। इससे मजदूरों में रोष व्याप्त है। 10 अप्रैल को पुनः असामाजिक तत्व (गुंडे) जो 8 मार्च को संदीप को पीटने के लिए आए थे जिनकी शिकायत एसएसपी महोदय, डीएम महोदय व श्रम विभाग को की थी वही गुंडे जब कंपनी के अंदर दिखे तब मजदूरों ने इसका प्रतिरोध व्यक्त किया गया यह मजदूरों का संवैधानिक अधिकार है। गुंडो को बाहर करने के लिए जब प्रबंधन से बातचीत की तो प्रबंधन ने उल्टा मजदूरों को धमकाया और गुंडो के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की।
13 अप्रैल को मजदूरों ने एक आम सभा कर सर्वसम्मति से किर्बी श्रमिक कमेटी का चुनाव कर एक सामूहिक मांग पत्र प्रस्तावित किया जिसे आपके कार्यालय में 15 अप्रैल को दिया गया तथा कंपनी प्रबंधन को भी डाक से प्रेषित किया गया है।
किर्बी प्रबंधन ने बिना किसी चेतावनी के पूर्वाग्रह की सोच से पांच मजदूर नेताओं पर निलंबन की कार्रवाई कर दी है जिससे समस्त मजदूरों में भयंकर आक्रोश है।
निम्नलिखित मांगों पर तत्काल समाधान निकालने का प्रयास करें। 1 – निलंबित 5 मजदूरों को तत्काल काम पर वापस लिया जाए।
2 – कैंटीन में खाने में आ रहे कीड़े की व्यवस्था को ठीक किया जाए।
3-संयुक्त मांग पत्र पर शीघ्र वार्ता शुरू करवाई जाए।
4-पूर्वाग्रह की सोच से मजदूरों का एक विभाग से दूसरे विभागों में बिना उचित प्रशिक्षण के स्थानांतरण करना बंद किया जाए।
5-कंपनी के अंदर असामाजिक तत्वों का( गुण्डे) का प्रवेश वर्जित किया जाए। 6-प्रबंधन वर्ग द्वारा मजदूरों के ऊपर गुंडागर्दी मानसिक उत्पन्न करना बंद किया जाए।
7- 23 फरवरी को स्थानीय निकाय के चुनाव के दिन सरकारी अवकाश होने के बावजूद किर्बी प्रबंधन ने मजदूरों से मजदूरों से संडे में काम कराया जिसका ओवर टाइम के हिसाब से भुगतान किया जाए। 8-सभी मजदूरों के पे स्लिप में 13 -14 दिन की ड्यूटी दिखाई गई है जबकि सभी मजदूरों ने महीने भर काम किया है इस समस्या को ठीक किया जाए।
9-कंपनी में शांतिपूर्ण तरीके से काम कराया जाए व बदले की भावना से काम करना बंद किया जाए।
किर्बी श्रमिक कमेटी सिडकुल हरिद्वार