जो गुरु की शरणागत हो जाता है वह कल्याण के साथ-साथ अपने जीवन को धन्य तथा तर्पित कर लेता है महामंडलेश्वर श्याम दास महाराज

सम्पादक प्रमोद कुमार
हरिद्वार (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानंद)4 सितंबर 2025 दूधाधारी चौक के निकट श्री घनश्याम भवन में आश्रम के श्री महंत परम पूज्य श्री किशन दास महाराज ने अपने सेवाभावी शिष्य श्री प्रेम नारायण दास को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया तथा महंताई तिलक चादर विधि एक कार्यक्रम के दौरान संपन्न की इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत किशन दास महाराज ने कहा संत परंपरा का निर्वहन करते हुए एक गुरु को अपने योग्य शिष्य का चयन अपने जीवन काल में ही कर लेना चाहिये ताकि उनके द्वारा स्थापित आश्रम मठ मंदिर कुटिया आदि का संरक्षण तथा संचालन सही तरीके से निरंतर चलता रहे महंत किशन दास महाराज ने कहा जिसके जीवन में भक्ति का वास हो जाता है उसका जीवन मोह माया से दूर हो जाता है तथा उसे राम भजन में सच्चा आनंद प्राप्त होता है क्योंकि राम सिर्फ एक शब्द नहीं यह है मर्यादाओं के स्वामी है इस सृष्टि के कण-कण इस संपूर्ण सृष्टि के स्वामी भगवान श्री राम समाये हुए हैं अगर इस मानव जीवन को सार्थक करना चाहते हो तो भगवान राम की शरणागत हो जाओ इस अवसर पर बोलते हुए परम तपस्वी ज्ञान मूर्ति परम विद्वान महामंडलेश्वर 1008 श्री श्याम दास महाराज ने कहा इस पृथ्वी लोक पर सतगुरु देव हमारे सच्चे पथ दर्शक हैं सतगुरु देव ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में हमारे मार्गदर्शन हेतु हमारे जीवन को सही दिशा प्रदान करने हेतु अवतरित होते हैं परमात्मा स्वरुप गुरुदेव के चरणों में हमारा कोटि-कोटि वंदन है सतगुरु तारण हार है संत गुरु रूप अनंत सतगुरु कृपा अपार है जो जाने वह भव पार भगवान सभी को मार्ग दिखाने बार-बार इस पृथ्वी पर नहीं आ सकते इसीलिये अनंत रूप रखकर गुरुजनों के रूप में वह हमारे मार्गदर्शन हेतु हमारे बीच होते सतगुरु तारण हार है सतगुरु ही मेरे राम सतगुरु ही घनश्याम है और सतगुरु सीताराम तो कहने का मतलब सिर्फ इतना है जो आप इधर-उधर ढूंढ रहे हो वह सतगुरु के रूप में गुरुजनों के रूप में एक सच्चे मार्गदर्शक के रूप में हमारे बीच सदैव विद्यमान रहते हैं उनका मार्गदर्शन हमारे इस मानव जीवन को धन्य करने के साथ-साथ इस पावन धरा पर आने के उद्देश्य को सार्थक कर देता है अगर अपने जीवन में कुछ धारण करना चाहते हो तो धैर्य का धारण करो संतोष को धारण करो और के गुरुदेव के विचारों को अपने जीवन में धारण करो यही सब कल्याण का मार्ग है और यही मुक्ति का मार्ग क्योंकि गुरुदेव जो युक्ति दिखाते हैं वही युक्ति हमारे मानव जीवन को धन्य करती है और वही युक्ति हमें मुक्ति के मार्ग तक पहुंचाती उत्तराधिकारी बनाये गये स्वामी प्रेम नारायण दास महाराज ने कहा मुझे गुरु चरणों की रज प्राप्त होने से यह मेरा मानव जीवन धन्य तथा सार्थक हो गया मैं अपने सतगुरु देव भगवान महंत किशन दास जी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि वंदन करता हूं कि उन्होंने दास को अपनी सेवा करने का सौभाग्य प्रदान किया इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत विष्णु दास महाराज ने कहा गुरु की शरण मनुष्य को बड़े ही भाग्य से प्राप्त होती है गुरु का मार्गदर्शन हमारे जीवन को धन्य कर देता है इस अवसर पर बोलते हुए महंत बाबा हठयोगी महाराज ने कहा भक्ति ही कल्याण का मार्ग है और ईश्वर भक्ति ही मुक्ति का मार्ग इस अवसर पर महंत रघुवीर दास महाराज ने कहा गुरु कृपा बड़ी ही भव तारिणी होती है जो गुरु की शरणागत हो गये मानो वह भवसागर पार हो गये इस अवसर पर श्री महंत नारायण दास पटवारी महंत रघुवीर दास महाराज महंत जयरामदास महाराज महंत सूरज दास महाराज स्वामी अंकित शरण महाराज महंत हरिदास महाराज महंत राजकुमार दास महाराज श्री छठी लाल श्री छबिलाल श्री वीरेंद्र तिवारी कोतवाल कमल मुनि महाराज कोतवाल धर्मदास महाराज कोतवाल रामदास महाराज कोतवाल श्याम गिरी महाराज सहित भारी संख्या में संत महापुरुष तथा भक्तगण उपस्थित थे।