चिन्हित होने से वंचित उत्तराखंड राज्य प्राप्ति आंदोलन में भाग लेने वाले आंदोलनकारी भविष्य में आने वाले चुनावो का करेंगे बहिष्कार

हरिद्वार 17 दिसंबर 2023 चिन्हित होने से वंचित उत्तराखंड राज्य प्राप्ति आंदोलन में भाग लेने वाले आंदोलनकारी भविष्य में आने वाले चुनावो का करेंगे बहिष्कार उत्तराखंड राज्य प्राप्ति हेतु चले आंदोलन में 2 अक्टूबर सन 1994 को रामपुर तिराहा में घायल होने वाले युवा आंदोलनकारी ठाकुर मनोज कुमार मनोजानंद ने चेतावनी दी है कि अगर चिन्हित होने से वंचित आंदोलनकारीयो को शीघ्र चिन्हित न किया गया तो चिन्हित होने से वंचित आंदोलनकारी भविष्य में होने वाले चुनाव का बहिष्कार कर सकते हैं वरिष्ठ आंदोलनकारी ठाकुर मनोज कुमार ने बताया कि वर्ष 2016-17 से लेकर अब तक उत्तराखंड सरकार के दो दो माननीय मुख्यमंत्री चिन्हित किए जाने की घोषणा कर चुके हैं किंतु हरिद्वार जनपद में एक भी आंदोलनकारी इस दौरान चिन्हित नहीं किया गया वर्तमान मुख्यमंत्री भी एक बार वंचित आंदोलनकारी को चिन्हित करने की घोषणा कर चुके हैं किंतु उनकी घोषणा का भी हरिद्वार जनपद में कोई असर नहीं हुआ था संबंधित जिला अधिकारी ने एक भी आंदोलनकारी चिन्हित नहीं किया मुख्यमंत्री के आदेशों तथा शासन आदेशों की इस प्रकार की अनदेखी तथा अवहेलना घोर चिंता का विषयहै चिन्हित होने से वंचित रहे आंदोलनकारीयो के साथ यह घोर अन्याय है पूर्व में चिन्हित किए जाने वाली कमेटी के सदस्यों ने परिवार वाद के चलते सही चिन्हितकरण नहीं किया उन्होंने अपने रिश्तेदारों परिवार के सभी सदस्यों को चिन्हित करने के साथ-साथ ऐसे आंदोलनकारी भी चिन्हित कर डाले जो आंदोलन के समय मां के गर्भ में पल रहे थे या आंदोलन के समय एक दो माह के थे कथित तौर पर हरिद्वार जनपद से कई दर्जन ऐसे आंदोलनकारी भी चिन्हित हुए जो आंदोलन के समय हरिद्वार जनपद में नहीं थे अन्य प्रदेशों में तथा जनपदों में निवास करते थे बहुत से आंदोलनकारी ऐसे चिन्हित हुए हैं जिनके चिन्हित करने के साक्षय के रूप में वर्ष 2007 के समाचार पत्रों की कतरने लगी हुई है बहुत से ऐसे आंदोलनकारी हैं जिन्होंने उत्तराखंड बनने के बाद प्रकाशित होने वाले अखबारों में बैक डेट में कथित समाचार छाप कर गलत कतरनों के आधार पर अपना तथा अपने परिवार के सदस्यों को चिन्हित कराकर परिवार सहित सरकारी पेंशन व सुविधाओं पर मौज काट रहे वास्तविक आंदोलन कारीयो का इन लोगों ने आज तक चिन्हितकरण नहीं होने दिया शेष बचे आंदोलनकारी को तत्काल चिन्हित किए जाने की मांग की है